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  • Poetry Podcast

    During the 2020 Covid lockdown, I had made a poetry podcast (53 episodes) discussing my favourite poems and their poetics. The episodes are mostly in Hindi and English, with poems in other languages covered, including Japanese, Kannada, Sanskrit, Bangla, Portuguese, … Continue reading →

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  • श्रीमती कमला सकलेचा ज्ञान मंदिर मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के भानपुरा गाँव में स्थित है। साल 2016 में इस स्कूल में मेरा तीसरा प्रवास पूरा हुआ। आईआईटी की तैयारी के लिए मशहूर कोटा शहर से डेढ़ घंटे की दूरी पर … Continue reading →

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  • योसा बुसोन (1716-1783) को जापानी हाइकु के चार स्तंभों में गिना गया है। जापान में बुसोन से बड़े कवि एकमात्र मात्सुओ बाशो (1644-1694) ही हैं। बाशो को जापान के महानतम कवि के रूप में स्थापित करने में बुसोन और इनके … Continue reading →

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  • डुबुक!

    जापान के प्रसिद्द कवि मात्सुओ बाशो (1644-1694) ने साल 1686 में अपनी सबसे प्रसिद्द कविता ‘पुराना तालाब’ की रचना की थी। कविता की रचना-प्रक्रिया को याद करते हुए इनके शिष्य शिको ने लिखा है, “यह कविता वसंतकाल में लिखी गई … Continue reading →

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  • वे कह सकते हैं कि भाषा की ज़रुरत नहीं होती साहस की होती है फिर भी बिना बतलाये कि एक मामूली व्यक्ति एकाएक कितना विशाल हो जाता है कि बड़े-बड़े लोग उसे मारने पर तुल जायें रहा नहीं जा सकता … Continue reading →

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  • The battles remain the same – why Bhagat Singh matters today more than ever

    Understanding Bhagat Singh and his ideas, and why they matter today more than ever. Continue reading →

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  • कुछ दिन पहले मथुरा में स्वामी बालेन्दु द्वारा आयोजित नास्तिकों के एक सम्मेलन के निरस्त कर दिए जाने की ख़बर सामने आई। सम्मलेन के विरोध में संत, महंत, और इमाम एकजुट होकर खड़े हो गए। मथुरा में धार्मिक गुटों का … Continue reading →

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  • साहित्य और लेखन पर कुछ विचार. Continue reading →

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  • हिंदी में एक कहावत है – “कोस कोस पर पानी बदले, चार कोस पर बानी।” हम इस बात को अक्सर बड़े गर्व से कहते हैं, मगर क्या हर चार कोस में भाषा का बदलना हमारे पिछड़ेपन का प्रतीक नहीं? क्या … Continue reading →

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  • 1967 में मार्टिन लुथर किंग जूनियर ने वियतनाम के कवि और बौद्ध भिक्षु थिक नात हान को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित करते हुए कहा था – “मैं किसी दूसरे ऐसे व्यक्ति को नहीं जानता जो इस पुरस्कार के इतना … Continue reading →

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